Thursday 24 January 2013

सपनो का मर जाना


मंजिल मिलती है, लेकिन उससे पहले
हैं मिलते पथ पथरीले, शूल  नुकीले
पतझड़, सावन और फिर बसंत सुहाना
पर सबसे बुरा है सपनो का मर जाना। 

जीवन में कभी तो कुछ हासिल होता है,
हासिल होना पर कुछ बाकी होता है.
जरूरी है गिरते ऊठते मंजिल पाना
पर सबसे बुरा है सपनो का मर जाना। 

उल्लास, उमंग, हर्ष, खुशी, आनंद, प्रेम 
शोक, संताप, दुःख, आपदा, व्यथा, वेदना .
जीवन चित्र भिन्न रंगों से रंग जाना,
पर सबसे बुरा है सपनो का मर जाना। 

हार है और जीत है, इर्ष्या, प्रीत है,
युद्ध यह बड़ा है, वीरता है, भीत है       
तूफानों का पर्वत शैल  से टकराना,
पर सबसे बुरा है सपनो का मर जाना। 

स्वप्न दिखाते  हैं मानव को जीवन ध्येय,
लक्ष्य हो चाहे कितना विशाल  दुर्जेय .
एक जीवन में कई जीवन जी जाना
पर सबसे बुरा है सपनो का मर जाना। 

जिनके सपने किसी मोड़ पर मर जाते हैं,
जीवन में वे आखिर कहाँ किधर जाते हैं.
उमंगो का खंडित हो अक्सर बिखर जाना
पर सबसे बुरा है सपनो का मर जाना। 

जिंदगी नाम है, गिरना फिर फिर उठना,
चलना बढ़ना और आगे  बढते  जाना .
जब तक स्वप्न चले आगे चलते जाना.
पर सबसे बुरा है सपनो का मर जाना। 

............नीरज कुमार नीर
(c) #neeraj kumar neer

10 comments:

  1. वाह ..
    स्वप्न दिखाते जीवन ध्येय,
    लक्ष्य हो चाहे कितना दुर्जेय .
    एक जीवन में कई जीवन जी जाना
    सबसे बुरा होता है सपनो का मर जाना.
    बहुत बढ़िया नीरज जी...


    अनु

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    Replies
    1. बहुत शुक्रिया अनु जी.

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  2. एक जीवन में कई जीवन जी जाना
    सबसे बुरा होता है सपनो का मर जाना.,,,
    सुंदर अभिव्यक्ति,

    Recent post: रंग गुलाल है यारो,

    ReplyDelete
  3. विशुद्ध दर्शन-
    शुभकामनायें आदरणीय-

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    Replies
    1. शुक्रिया रविकर जी..

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  4. नीरज जी बहुत सुन्दर

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  5. Sabse bura hota hai sapno ka mar jaana ...bahut sahi kaha hai aapne ... Bhaawpurn... Atii sunder !!

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