Sunday, 16 March 2014

छन्न पकैया :होली


छन्न पकैया छन्न पकैया , फागुन है सतरंगी 
आजा तुझको रंग लगा दूँ , कर दूँ रंग बिरंगी.

छन्न पकैया छन्न पकैया, मन में फूटे लड्डू, 
फागुन में है  चढ़ी जवानी , क्या छोरा क्या दद्दू.
  
छन्न पकैया छन्न पकैया,  हाथों में पिचकारी.
होली में कितनी  भली लगे , गोरी तेरी गारी  

छन्न पकैया छन्न पकैया, थाली में है पूआ 
तन मन में गोरी आग लगी,  गाल जब तेरा छुआ

छन्न पकैया छन्न पकैया, सबके दुःख मिट जाए,
भूलकर गम विषाद पुराने, मिलकर होली गाये.

छन्न पकैया छन्न पकैया, सुंदर सुन्दर दोहे  
होली के मौसम में गोरी, रूप तेरा मन मोहे  
………….. Neeraj kumar neer
चित्र गूगल से साभार 
#neeraj_kumar_neer

#holi #होली #छन्न_पकैया #फागुन #रंग #jawani 

15 comments:

  1. बहुत सुन्दर, होली की शुभकामनायें।

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  2. वाह .. होली का मज़ा दुगना कर दिया ...

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  3. बहुत ही सुन्दर होली गीत,आपको भी होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।

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  4. होली का रंग यूँ ही बरसता रहे… बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति... रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ...

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  5. वाह ! सुंदर प्रस्तुति...!
    सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाए ....
    RECENT पोस्ट - रंग रंगीली होली आई.

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  6. वाह! सुन्दर,सामयिक रचना....आप को होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं....
    नयी पोस्ट@हास्यकविता/ जोरू का गुलाम

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  7. बहुत सुंदर रचना ..... होली की शुभकामनाएं ....!!

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  8. सुन्दर रचना सर।।
    आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।।

    नई कड़ियाँ : इंटरनेट डोमेन क्या है ?
    25 साल का हुआ वर्ल्ड वाइड वेब (WWW)

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  9. सुंदर रचना .....और सम सामयिक भी....
    होली की हार्दिक शुभ-कामनाएं...

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  10. मज़ा आ गया. देर से ही सही पर जीवन में आनंद के रंगों की बरसात के लिए शुभकामनायें..

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  11. आप सबका हार्दिक आभार ..

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  12. छंद पकैया छंद पकैया कानों में रस घोलूँ..,
    साली जो गल बाहीं ले तब दूजा छंद मैं बोलूँ.....

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  13. छंद पकैया छंद पकैया कैसो जे ससुराल्यो..,
    माखन सी साली रख ली छाछ गल में घाल्यो.....

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