KAVYASUDHA (काव्य सुधा)

मैं जो दर्द अनुभव करता हूँ , जो दुःख भोगता हूँ, जिस आनंद का रसपान करता हूँ , जिस सुख को महसूस करता हूँ, मेरी कवितायें उसी की अभिव्यंजना मात्र है ।

Thursday, 22 April 2021

जीत होगी ज़िंदगी की

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  सुनें, जीत होगी ज़िंदगी की   on you tube ....  #Covid, #Life, #love #gazal 
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Sunday, 18 April 2021

जीत होगी जिंदगी की

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  जीत होगी जिंदगी की एक दिन तुम देखना । खत्म होगी इज़्तिराबी एक दिन तुम देखना । चल रही है जंग जो ये ज़िंदगी और मौत की । मौत की ही हार होग...
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Saturday, 10 October 2020

पीठ पर रोशनी

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मित्रों मेरा नवीन काव्य संकलन  "पीठ पर रोशनी" प्रकाशित होकर आ चुका है। मेरी बहुचर्चित किताब "जंगल में पागल हाथी और ढोल" ...
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Thursday, 9 April 2020

कविता की जरूरी भूमिका जन-सामान्य के बीच पहुंचना है (नीरज नीर की कविताएँ)

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http://rachnawli.blogspot.com/2020/04/blog-post.html  कविता की जरूरी भूमिका जन-सामान्य के बीच पहुंचना है (नीरज नीर की कविताएँ)  इस लेख को...
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Saturday, 7 March 2020

मुझे कुछ बात कहनी है Holi Geet

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"मुझे कुछ बात कहनी है , कहो तो कह  दूँ होली में" मेरे इस चुटीले होली गीत को सुनिए सूरज श्रीवास्तव की आवाज में .... #होली #...
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आरे कारे बादर HOLI GEET BY NEERAJ NEER

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"आरे कारे बादर ..." मेरे इस प्यारे होली गीत को सुनिए सूरज श्रीवास्तव की कर्णप्रिय आवाज में :::: #holi #geet #होली_गीत
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Thursday, 5 March 2020

होली गीत : मुझे कुछ बात कहनी है कहो तो कह दूँ होली में

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होली में ---------------------------- मुझे कुछ बात कहनी है कहो तो कह दूँ होली में इजाजत हो तो मन की बात मैं बतलाऊँ होली में।  जरा सा...
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Sunday, 30 June 2019

पाखी के यू ट्यूब चैनल पर सुनें कुछ कवितायें

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प्रसिद्ध पत्रिका पाखी के you tube चैनल पर सुने मेरी कुछ कवितायें #pakhi #you_tube #neeraj_neer #poem #hindi 
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Tuesday, 18 June 2019

Ganw Masan aur Gudganw गांव, मसान और गुड़गांव

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Tuesday, 11 June 2019

लहूलुहान मानवता

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प्रस्तुत है मेरी एक कविता   लहूलुहान मानवता अगर कविता पसंद आए तो इसे लाइक करें एवं अन्य ऐसी कवितायें सुनने के लिए मेरे चैनल को subscribe...
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Saturday, 12 May 2018

कौने चोरवा नगरिया लूटले हो रामा

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वह  चालीस के आस पास की रही होगी।  रंग सांवला पर आकर्षक गठा हुआ शरीर। मांसल शरीर सहज ही किसी को आकर्षित कर सकता था। सहज रूप से मुँहफट “रम...
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Wednesday, 18 April 2018

कठुआ और उसके मायने : अफवाहों से पीड़ित देश में

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भारत एक अफवाहों से पीड़ित देश है. कोई भी बात पल भर में वायरल हो सकती है. कई बार मार्क ज़ुकेरबर्ग का सन्देश इतने आत्मविश्वास के साथ शेयर किया ...
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Tuesday, 3 April 2018

"युद्धरत आम आदमी" के मार्च २०१८ अंक में प्रकाशित नीरज नीर की कवितायें

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 "युद्धरत आम आदमी" के मार्च २०१८ अंक में प्रकाशित नीरज नीर की कवितायें 
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Saturday, 17 March 2018

गीत : बीता जाए बसंत

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साहित्य अमृत के मार्च २०१८ अंक में मेरा एक गीत  #गीत #geet #बसंत #basant #neeraj_neer 
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Friday, 2 March 2018

होली मन में उमँग भरन लागे

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(you tube पर इसे सुनने के लिए यहाँ क्लिक करें)     होली मन में उमँग भरन लागे झूम रही अमवाँ की डाली,  झूमे बाँस बसेड़ी जब से फाल्गु...
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Sunday, 25 February 2018

अनारकली

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कभी कभी मैं डर जाता हूँ सोचकर ... कितनी डरावनी रही होगी अनारकली की मौत मृत्यु के कुछ सबसे खतरनाक तरीकों में है दीवार में चुनवा देना...
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Thursday, 25 January 2018

कुछ तो नया कीजिये अबके नए साल में

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"जंगल में पागल हाथी और ढोल" संग्रह से एक कविता : ---------------------- कुछ तो नया कीजिये अबके नए साल में सूर्य वही चाँद वही ...
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Wednesday, 3 January 2018

आपने "जंगल में पागल हाथी और ढोल' पढ़ा क्या?

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"जंगल में पागल हाथी और ढोल' को पढ़कर वरिष्ठ कवि श्री राजेश्वर वशिष्ठ कहते हैं -------- ------- ------ . नीरज नीर बहुत संभावन...
Thursday, 28 December 2017

क्या कहते हैं लोग : "जंगल में पागल हाथी और ढोल" के बारे में

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"जंगल में पागल हाथी और ढोल" के बारे में क्या कहते हैं आज के साहित्यकार : #jungle_ mein_ pagal_ hathi_ aur_dhol ----- हरेप्रक...
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Tuesday, 26 December 2017

जंगल में पागल हाथी और ढोल

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नीरज नीर की कविताएं आम आदमी के जीवन प्रसंगों से जुड़ी हैं। इसमें लोगों का धड़कता हुआ जीवन है, उऩके रोज के सुःख-दुःख हैं, प्रेम है और बहुत स...
Thursday, 26 October 2017

छठ सकारात्मकता का पर्व है

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मैंने कुछ दिनों पूर्व दिवाली के अवसर पर लिखा था कुछ लोग हर बात में नकारात्मकता ढूंढ लेते हैं या नकारात्मकता पैदा कर देते हैं. मेरे पित...
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Monday, 16 October 2017

दिवाली में पटाखों की निरर्थकता

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दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे खुशी-खुशी सब हँसते आओ आज दिवाली रे....  बचपन में पढ़ी कविता की ये पंक्तियाँ आज भी मस्तिष्क के किसी कोने म...
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Sunday, 6 August 2017

कहानी

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Saturday, 5 August 2017

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सुरभि में प्रकाशित मेरी लघुकथा पिताजी 

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इंदु संचेतना 2017 के बाल साहित्य विशेषांक में प्रकाशित मेरी दो बाल कवितायें 
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Neeraj Neer
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