Sunday, 4 August 2013

दोस्त

       आज मित्रता दिवस पर विशेष , मेरे सभी मित्रों को समर्पित :     

  दोस्त जो होता है
होता है कुछ खास.
दोस्ती होती है एक
सुनहरा एहसास.
दोस्त स्वीकारता है
हमें, यूँ ही हमारे
गुण दोषों के साथ.
धुप में छांव में
वर्षा में घाम में
रहता है साथ साथ.
ख़ुशी में गम में
ज्यादा या कम में
रहता है हमेशा साथ .
देखते ही जिसे
नाचता है मन मयूर
खिल उठता है
जिसके आने से
अंतस उपवन में फूल
दोस्त बांटता है, चीजों को हमसे
हमारी चीजों को नहीं बांटता .
तूफानों में बनता है कश्ती,

अंधियारे में दीपक बन जलता. .
    
......... नीरज कुमार ‘नीर’

चित्र गूगल से साभार 

13 comments:

  1. बहुत सुन्दर रचना,, मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाये आपको...!!

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  2. बहुत सुन्दर रचना,, मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाये

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  3. बहुत सुंदर भावपूर्ण रचना.आपको भी मित्रता दिवस की बहुत बहुत शुभकामना.... !!

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  4. सुन्दर भाव के साथ एक सुन्दर प्रस्तुति।। आपका सहर्ष धन्यवाद।

    नये लेख : जन्म दिवस : किशोर कुमार

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  5. दोस्त औत दोस्ती के महत्त्व को बाखूबी रक्खा है इस रचना में ... मित्रता दिवस की बधाई और शुभकामनायें ...

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  6. बहुत ही सुंदर रचना, हार्दिक शुभकामनाएं.

    रामराम.

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  7. सच, ऐसा ही होता है दोस्त!

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  8. सुंदर रचना

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  9. सुन्दर प्रस्तुति।

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  10. सुन्दर और प्रभावी रचना।

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  11. सुन्दर रचना ,,बधाई आपको भी ...!!

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  12. सही परिभाषा बतायी है आपने दोस्त की.

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  13. मित्रता के नाम लिखी शानदार और सटीक प्रस्तुति !!

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