गोकुल नगरी आनंद भयो
आयो कृष्ण गोपाल
सांवरी सूरत, कारे नयना
मुस्काए नन्द को लाल
हुलसी हुलसी यशुमती
कर रही दुलार
गोकुल नगरी आनंद भयो
आयो कृष्ण गोपाल
ढम, ढम,ढम, ढम ढोलक बाजे
नाचे सभै ग्वाल
सखियाँ संग यशोदा नाचे
सोहे द्वारे बंदनवार
हरखी माता लगावे टीका
कारे भयो कान्हा के भाल.
गोकुल नगरी आनंद भयो
आयो कृष्ण गोपाल
.. .....नीरज कुमार ‘नीर’
चित्र गूगल से साभार
सुन्दर....
ReplyDeleteअति सुन्दर......
अनु
अनु जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद.
Deleteअनु जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद.
DeleteKya Baat Kya Baat Kya Baat Bahut Sundar Shabd Super Lyk Bhai (y) (y)
ReplyDeleteसुंदर रचना .
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