मैं जो दर्द अनुभव करता हूँ , जो दुःख भोगता हूँ, जिस आनंद का रसपान करता हूँ , जिस सुख को महसूस करता हूँ, मेरी कवितायें उसी की अभिव्यंजना मात्र है ।
सुन्दर
सच है विचारों से ही उपजता है सुख और दुःख ...भावपूर्ण ...
Bahut sunder rachna saty hai.. Man ki upaj hai sukh dukh
शाश्वत् सत्य
आपकी टिप्पणी मेरे लिए बहुत मूल्यवान है. आपकी टिप्पणी के लिए आपका बहुत आभार.
सुन्दर
ReplyDeleteसच है विचारों से ही उपजता है सुख और दुःख ...
ReplyDeleteभावपूर्ण ...
Bahut sunder rachna saty hai.. Man ki upaj hai sukh dukh
ReplyDeleteशाश्वत् सत्य
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