Friday 4 October 2013

नारी तुम हो प्रकृति का सबसे सुन्दर रूप.




सागर , सरिता , निर्झर , मरू

कलरव करते विहग.

सुन्दर फूल , गिरि , तरु

अरुणाई उषा की.

रजनी से मिलन  शशि का.

जल,  वर्षा , इन्द्रधनुष,

कोटि जीव , वीर पुरुष. 

सब कितना मंजुल  जग में

प्रकृति का रूप अनूप,

लेकिन,

नारी, तुम हो जगत में

प्रकृति का सबसे सुन्दर रूप.

...... नीरज नीर
#neeraj_neer 

चित्र गूगल से साभार 
#mahila_diwas #women #
#महिला_दिवस  #8march

#love #life #प्यार 

27 comments:

  1. सच लिखा है. और उनमे सबसे प्यारा रूप माँ का. जिसपर लिखते रह जायें और कविता छोटी पड़ती रहे.

    ReplyDelete
  2. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  3. बहुत सुन्दर मन के भाव। बधाई

    ReplyDelete
  4. सुन्दर प्रस्तुति-
    प्रभावी-
    आभार नीरज जी -

    ReplyDelete
  5. मन के भावों की बहुत सुंदर प्रस्तुति.!

    RECENT POST : पाँच दोहे,

    ReplyDelete
  6. प्रकृति के सुन्दर रूप पर ...एक सुन्दर रचना...

    ReplyDelete



  7. Suresh RaiOctober 5, 2013 at 6:40 PM

    बहुत सुन्दर प्रस्तुति
    सुरेश राय
    कभी यहाँ भी पधारें और टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें
    http://mankamirror.blogspot.in

    ReplyDelete
  8. बहुत खुबसूरत रचना.....

    ReplyDelete
  9. बहुत सुन्दर प्रस्तुति, नवरात्रि की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं .

    ReplyDelete
  10. सच में नीरज जी बिना इसके सृष्टि ही अधूरी हो जाती है सुन्दर भाव और प्रकृति का चित्रण
    भ्रमर ५

    ReplyDelete
  11. बेह्तरीन अभिव्यक्ति!!शुभकामनायें.

    ReplyDelete
  12. नारी के सुखद साथ से ये सभी चीजें ओर भी सुन्दर लगती हैं तो नारी तो ओने आप में ही इन सब से सुन्दर हो गई ... सुन्दर अभिव्यक्ति ...

    ReplyDelete
  13. नारी अस्तित्वा की सुन्दर अभियक्ति नीरज जी ..

    ReplyDelete
  14. बहुत ही सुन्दर व कोमल रचना।

    ReplyDelete
  15. सच कहती बहुत प्यारी व कोमल कविता।

    ReplyDelete
  16. सब कितना मंजुल जग में
    प्रकृति का रूप अनूप,
    --------------------------wah / v nc

    ReplyDelete
  17. It is a beautiful composition and very good use of words.

    ReplyDelete
  18. bahut sundar rachna hai..
    aap sabhi ka mere blog par swagat hai..
    http://iwillrocknow.blogspot.in/

    ReplyDelete
  19. नारी के अनेक रूप | हर रूप मनमोहक, सहनशील, संघर्षरत, सुन्दर व् ममतामय |
    सुन्दर रचना |

    ReplyDelete
  20. behtareen likha hai aapne..waah

    ReplyDelete
  21. सुन्दर प्रस्तुति

    ReplyDelete

आपकी टिप्पणी मेरे लिए बहुत मूल्यवान है. आपकी टिप्पणी के लिए आपका बहुत आभार.

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...