Tuesday, 1 May 2012

दिल का मिलन




जाति धर्म का तोड़ के बंधन,
दिल का दिल से होगा मिलन .

एक ऐसा देश बनायेंगे,
सब मिल हसेंगे गायेंगे.

जहाँ कोई भूखा ना होगा,
कोई खेत सुखा ना होगा

जाति धर्म का तोड़ के बंधन ,
दिल का दिल से होगा मिलन .

धरती माँ का तिलक लगाके,
आपस के सब बैर भुला के.

हम सब भाई मिल जुल के
ईद और होली मनाएंगे.

जाति धर्म का तोड़ के बंधन ,
दिल का दिल से होगा मिलन.

एक ऐसा देश बनायेंगे,
सब मिल हसेंगे गायेंगे.
neeraj neer 








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