जाति धर्म का तोड़ के बंधन,
दिल का दिल से होगा मिलन .
एक ऐसा देश बनायेंगे,
सब मिल हसेंगे गायेंगे.
जहाँ कोई भूखा ना होगा,
कोई खेत सुखा ना होगा
जाति धर्म का तोड़ के बंधन ,
दिल का दिल से होगा मिलन .
धरती माँ का तिलक लगाके,
आपस के सब बैर भुला के.
हम सब भाई मिल जुल के
ईद और होली मनाएंगे.
जाति धर्म का तोड़ के बंधन ,
दिल का दिल से होगा मिलन.
एक ऐसा देश बनायेंगे,
सब मिल हसेंगे गायेंगे.
neeraj neer
neeraj neer
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