झूला झूले नंदलाल
बृज की गलियों में.
एक पेंघ राधा ने दीन्हा
दूजा देवे है ग्वाल
बृज की गलियों में .
झूला झूले नंदलाल
बृज की गलियों में .
बृंदावन में यमुना बहती हैं
तीरे खेले नंदलाल
बृज की गलियों में
झूला झूले नंदलाल
बृज की गलियों में
ग्वाल बाल संग गोपियाँ नाचे
राधा संग गोपाल
बृज की गलियों में.
झूला झूले नंदलाल
बृज की गलियों में
नीरज कुमार "नीर"
सुन्दर!!
ReplyDeleteअति सुन्दर नीरज जी...
अनु
धन्यवाद अनु जी , आपका बहुत आभार .
ReplyDelete