KAVYASUDHA (काव्य सुधा)

मैं जो दर्द अनुभव करता हूँ , जो दुःख भोगता हूँ, जिस आनंद का रसपान करता हूँ , जिस सुख को महसूस करता हूँ, मेरी कवितायें उसी की अभिव्यंजना मात्र है ।

Tuesday, 31 January 2017


Posted by Neeraj Neer at 12:06 2 comments:
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