मैं जो दर्द अनुभव करता हूँ , जो दुःख भोगता हूँ, जिस आनंद का रसपान करता हूँ , जिस सुख को महसूस करता हूँ, मेरी कवितायें उसी की अभिव्यंजना मात्र है ।
सही कहा. बहुत सुन्दर.
जीवन के सबसे बड़े सत्य को दाज ही कह दिया आपने .. औरतें कवी रचनाकार और नवीन सृजन भी करती हैं ..
आपकी टिप्पणी मेरे लिए बहुत मूल्यवान है. आपकी टिप्पणी के लिए आपका बहुत आभार.
सही कहा. बहुत सुन्दर.
ReplyDeleteजीवन के सबसे बड़े सत्य को दाज ही कह दिया आपने .. औरतें कवी रचनाकार और नवीन सृजन भी करती हैं ..
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