मैं जो दर्द अनुभव करता हूँ , जो दुःख भोगता हूँ, जिस आनंद का रसपान करता हूँ , जिस सुख को महसूस करता हूँ, मेरी कवितायें उसी की अभिव्यंजना मात्र है ।
बहुत खूब ... प्रेम की गहरी चुभन प्रेम के मरहम से ही ठीक होती है ...
वाह, बहुत सुन्दर
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ... शानदार पोस्ट .... Nice article with awesome depiction!! :) :)
आपकी टिप्पणी मेरे लिए बहुत मूल्यवान है. आपकी टिप्पणी के लिए आपका बहुत आभार.
बहुत खूब ... प्रेम की गहरी चुभन प्रेम के मरहम से ही ठीक होती है ...
ReplyDeleteवाह, बहुत सुन्दर
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