मेरे ह्रदय के तारों को
प्रिय तुम स्पंदन मत देना.
मैं पंछी उन्मुक्त गगन का
मुक्त हवा में उड़ने वाला.
उड़ने दो मुझे पंख पसार
प्रीति का बंधन मत देना.
मेरे ह्रदय के तारों को प्रिय तुम स्पंदन मत देना .
हठ करूँ मैं कभी प्रणय की
तुम प्रेम निवेदन ठुकराना.
भाव हीन पाषाण ह्रदय से
तुम प्रेम समर्पण मत देना .
मेरे ह्रदय के तारों को प्रिय तुम स्पंदन मत देना
प्रेम कोई अनुबंध नहीं
प्रेम समर्पण जीवन पूर्ण .
रहने दो मुझे जैसा हूँ ,
मुझे वक्र दर्पण मत देना.
मेरे ह्रदय के तारों को प्रिय तुम स्पंदन मत देना.
जीवन मृत्यु की थाती है
दीये की घटती बाती है
मैं देव नहीं देवालय का
मुझे चन्दन वंदन मत देना
मेरे ह्रदय के तारों को प्रिय तुम स्पंदन मत देना ..
#neeraj_kumar_neer
......... नीरज कुमार नीर
चित्र गूगल से साभार
न कहते कहते प्रेम का पूरा प्रदर्शन।
ReplyDeleteआपकी इस प्रस्तुति का लिंक 5-12-2013 को चर्चा मंच पर दिया गया है
ReplyDeleteकृपया पधारें
धन्यवाद
शुक्रिया ..
Delete
ReplyDeleteअभिव्यक्ति का शिखर छू रही है ये रचना।, अभिनव और परम्परा गत प्रतीकों का सुन्दर निर्वाह हुआ है मय रूपक तत्व के। शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया !आपकी स्नेह पूर्ण टिप्पणियों का।
क्या बात है -
ReplyDeleteबहुत खूब-
आभार भाई नीरज
प्रेम की अभिव्यक्ति की पराकाष्ठा ...तन मन तृप्त करने वाली रचना !
ReplyDeleteनई पोस्ट वो दूल्हा....
latest post कालाबाश फल
प्रेम कोई अनुबंध नहीं
ReplyDeleteप्रेम समर्पण जीवन पूर्ण .
रहने दो मुझे जैसा हूँ ,
मुझे वक्र दर्पण मत देना...
प्रेम मन से मन का बंधन है ... इसे अनुबंध के करीब डाला भी नहीं जा सकता ...
प्रेम रस में पगी लाजवाब अभिव्यक्ति ....
बहुत सुन्दर..बेहतरीन रचना...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर .
ReplyDeleteनई पोस्ट : आंसुओं के मोल
वा वाह !! वा वाह !!
ReplyDeleteआनंद का संचार करती रचना.
ReplyDeleteभाव हीन पाषाण ह्रदय से
तुम प्रेम समर्पण मत देना .
इस प्रेम से हीन होना ही अच्छा. बहुत सुन्दर बात कही है.
बहुत सुन्दर..बेहतरीन .......
ReplyDeleteवाह !
ReplyDeleteस्पंदन ही तो जीवन है
ReplyDeleteअश्रु में ही अनुराग है
अश्रु में ही वैराग्य है
झंकृत न हुआ मन का कोना
तो - जीवन को कैसे जानोगे
स्पंदन से ही जीवन है
ReplyDeleteदोबारा पढ़ने में रचना में भाव पक्ष की गहराई का प्रत्यक्ष बोध हुआ। सुन्दर रचना। आभार आपकी टिपण्णी का।
सुन्दर रचना !
ReplyDeleteअति उत्तम रचना...
ReplyDelete:-)
बेजोड़ रचना बधाई.......!!
ReplyDeleteमैं पहले भी इसमें कमेंट्स दे चुकी हूँ स्पैम में होगा
bahut hi khoob.. mubarakh ho..
ReplyDeletePlease Share Your Views on My Website.. Thank You !
वाह वाह क्या बात है
ReplyDeleteकल 14/02/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
ReplyDelete[प्यार का गुल खिलाने खतो के सिलसिले चलने लगे..हलचल का Valentine विशेषांक ]
धन्यवाद !
Beautiful lyrics .....
ReplyDeleteThe use of Illustrations you use along with your depiction is superb ... that enhances beauty of your expressions ... best wishes ...
ReplyDelete