पापा मुझे बन्दूक दिला दो
मैं सैनिक एक बन जाऊँगा.
जाकर मैं देश की सरहद पर
दुश्मन के छक्के छुड़ाऊँगा ..
मैं भारत का प्रहरी बनूँगा
तुम सब मिल फिर चैन से रहना.
मेरा बेटा एक सैनिक है
गर्व से तुम भी सबको कहना.
युद्ध क्षेत्र में खूब लडूंगा
पीठ नहीं मैं दिखलाऊंगा.
सीने पर गोली खाउंगा,
मरकर शहीद कहलाऊंगा.
स्वयं मरने से पहले लेकिन
सौ सौ को पहले मारूंगा.
जब तक कि अंतिम सांस चलेगी,
हार नहीं कदापि मानूंगा.
..... नीरज कुमार नीर
#neeraj_kumar_neer
बहुत सुन्दर बाल कविता .....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रेरणा दायक बाल कविता !
ReplyDeletelatest post प्रिया का एहसास
वीरता के संस्कार बताती पंक्तियाँ..
ReplyDeleteसुन्दर ओज़स्वी रचना है ... बच्चों में और बड़ों में भी जोश भारती ...
ReplyDeleteबालमन से भरी हुई .... प्रभावशाली कविता ....
ReplyDeleteबालमन से भरी हुई ... प्रभावशाली कविता ...
ReplyDeleteसुंदर रचना , बधाई आपको !
ReplyDeleteदेश प्रेम की अलख जगाती साहस और शौर्य की भावना से ओतप्रोत सुन्दर एवं प्रेरक रचना !
ReplyDeleteआज 20/02/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक है http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
ReplyDeleteधन्यवाद!
sunder baal rachna
ReplyDeleteshubhkamnayen
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ReplyDeleteनीरज जी सुन्दर बाल रचना जोश और अच्छे संस्कार युक्त आभार
Deleteभ्रमर ५
खूबसूरत प्रस्तुति-
ReplyDeleteआभार भाई नीरज -
अति सुन्दर ..
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