Saturday, 12 April 2014

मेरे जीवन के मधुबन में


सुगंध बनकर आ जाओ तुम 
मेरे जीवन के मधुबन में 

पुष्प मनोरम बन खिल जाओ
पल  पल में जीवन महकाओ 
परितप्त ह्रदय के मरुतल पर 
 बन कर मेघा दल  छा जाओ 
बस जाओ न प्रतिबिम्ब बनकर 
मेरे जीवन के दर्पण में.
सुगंध बनकर आ जाओ तुम 
मेरे जीवन के मधुबन में  ..

तुझ से ही है मेरा  होना 
तुझ से  मिलकर  हँसना रोना 
तुम चन्दा,  मैं टिम टिम तारा
अर्पण तुझ पर जीवन सारा 
तुझ से दूर रहूँ मैं कैसे 
आसक्त बंधा  हूँ बंधन में
सुगंध बनकर आ जाओ तुम 
मेरे जीवन के मधुबन में   ...

प्रेम भाव की अविरल धारा 
तुम दिल जीती या मैं हारा 
बात बराबर दोनों ही है 
तुम मेरी या मैं तुम्हारा 
एक ख्वाब बन कर बसी रहो 
तुम मेरे दोनों नयनन में 
सुगंध बनकर आ जाओ तुम 
मेरे जीवन के मधुबन में ..

#NEERAJ_KUMAR_NEER 
#नीरज कुमार नीर
चित्र गूगल से साभार 
#geet #love #prem #hindi_geet 

10 comments:

  1. बहुत ही सुन्दर मधुर गीत, धन्यबाद नीरज जी।

    ReplyDelete
  2. आपकी लिखी रचना रविवार 13 अप्रेल 2014 को लिंक की जाएगी...............
    http://nayi-purani-halchal.blogspot.in
    आप भी आइएगा ....धन्यवाद!

    ReplyDelete
  3. मधु रस से भरपूर मधु सी मधुर रचना ! अति सुंदर !

    ReplyDelete
  4. सुन्दर रचना

    ReplyDelete
  5. मधुर पोरेम कि कोमल भावनाएं .. हिलोरें लेता प्रेम गीत ...

    ReplyDelete
  6. bahut hi pyari bhaavnayen, achha laga paathan.

    shubhkamnayen

    ReplyDelete
  7. प्रेम का यह शब्द निर्झर बहुत मन भाया.

    ReplyDelete
  8. प्रेम भाव की अविरल धारा
    तुम दिल जीती या मैं हारा
    बात बराबर दोनों ही है
    तुम मेरी या मैं तुम्हारा
    एक ख्वाब बन कर बसी रहो
    तुम मेरे दोनों नयनन में
    सुगंध बनकर आ जाओ तुम
    मेरे जीवन के मधुबन में ..
    बहुत खूब

    ReplyDelete

आपकी टिप्पणी मेरे लिए बहुत मूल्यवान है. आपकी टिप्पणी के लिए आपका बहुत आभार.

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...